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RSMSSB Agriculture Supervisor कृषि सुपरवाइजर 1100 पदों पर भर्ती नोटिफिकेशन जारी

RSMSSB Agriculture Supervisor राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) द्वारा राज्य के कृषि विभाग में कृषि पर्यवेक्षक के 1100 पदों पर भर्ती की आधिकारिक अधिसूचना जारी की गई है। यह भर्ती लंबे समय से प्रतीक्षित थी और राज्यभर के कृषि स्नातकों के लिए एक बड़ा अवसर मानी जा रही है। राजस्थान जैसे कृषि प्रधान राज्य में कृषि पर्यवेक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि ये अधिकारी किसानों को वैज्ञानिक खेती, नई तकनीक, फसल सुधार और सरकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन में सहायता प्रदान करते हैं। इस भर्ती के माध्यम से सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और कृषि क्षेत्र में विशेषज्ञ मानव संसाधन को जोड़ने का प्रयास कर रही है। राजस्थान के युवाओं के लिए यह न केवल एक नौकरी का अवसर है बल्कि राज्य के कृषि विकास में प्रत्यक्ष योगदान देने का भी माध्यम है। कुल 1100 पदों में से 944 पद गैर अनुसूचित क्षेत्र यानी Non-TSP क्षेत्र के लिए और 156 पद अनुसूचित क्षेत्र यानी TSP क्षेत्र के लिए आरक्षित किए गए हैं। इस प्रकार राज्य के हर क्षेत्र के अभ्यर्थियों को अवसर प्रदान किया गया है ताकि समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सके। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन रखी गई है और उम्मीदवारों को आवेदन करने से पहले राजस्थान SSO पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य रूप से करना होगा।

आयु सीमा, योग्यता और शैक्षणिक पात्रता

कृषि पर्यवेक्षक भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष निर्धारित की गई है। आयु की गणना 1 जनवरी 2026 को आधार मानकर की जाएगी। राज्य सरकार के नियमानुसार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग तथा महिला उम्मीदवारों को आयु में छूट प्रदान की जाएगी। यह छूट राजस्थान सरकार के सेवा नियमों के अनुसार दी जाएगी। इस भर्ती के लिए शैक्षणिक योग्यता के रूप में उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कृषि या कृषि-हॉर्टिकल्चर विषय में स्नातक की डिग्री होना आवश्यक है।

RSMSSB Agriculture Supervisor

वैकल्पिक रूप से ऐसे उम्मीदवार भी पात्र होंगे जिन्होंने 10+2 यानी वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा कृषि विषय के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण की हो। इसके साथ ही उम्मीदवार को देवनागरी लिपि में हिंदी भाषा का ज्ञान होना चाहिए तथा राजस्थान की संस्कृति का पर्याप्त ज्ञान होना अनिवार्य है। यह शर्त इसलिए रखी गई है ताकि चयनित उम्मीदवार स्थानीय परिवेश और कृषि परंपराओं से परिचित रह सकें और किसानों के साथ प्रभावी संवाद स्थापित कर सकें। इस पात्रता मानदंड के माध्यम से आयोग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि चयनित उम्मीदवार न केवल अकादमिक रूप से योग्य हों बल्कि राज्य की सामाजिक-सांस्कृतिक समझ भी रखते हों।

आवेदन शुल्क, प्रक्रिया और आवश्यक निर्देश

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा निर्धारित आवेदन शुल्क श्रेणीवार अलग-अलग रखा गया है। सामान्य वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग (क्रिमी लेयर) तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क ₹600 निर्धारित किया गया है, जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों के लिए शुल्क ₹400 रखा गया है। शुल्क में यह अंतर सरकार की सामाजिक न्याय नीति के अनुरूप है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थी भी सहजता से आवेदन कर सकें। उम्मीदवारों को आवेदन केवल ऑनलाइन मोड में करना होगा, जिसके लिए राजस्थान SSO पोर्टल पर लॉगिन करना अनिवार्य है। आवेदन करने से पहले उम्मीदवारों को आधिकारिक अधिसूचना का पूरा अध्ययन करना चाहिए, जिसमें आयु सीमा, योग्यता, आवेदन तिथि और आवश्यक दस्तावेजों से संबंधित सभी विवरण दिए गए हैं।

आवेदन पत्र भरते समय किसी प्रकार की त्रुटि से बचने के लिए सावधानीपूर्वक सभी विवरण दर्ज करना आवश्यक है क्योंकि एक बार आवेदन जमा करने के बाद उसमें संशोधन की अनुमति नहीं होगी। आवेदन शुल्क का भुगतान नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड या ई-मित्र केंद्रों के माध्यम से किया जा सकता है। आवेदन की अंतिम तिथि से पहले शुल्क का भुगतान अनिवार्य रूप से पूरा करना आवश्यक है, अन्यथा आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी प्रमाणपत्र जैसे शैक्षणिक योग्यता, जाति प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन प्रति तैयार रखें ताकि आवेदन प्रक्रिया निर्बाध रूप से पूरी हो सके। आवेदन जमा करने के बाद उम्मीदवारों को उसकी प्रिंट कॉपी भविष्य के संदर्भ हेतु सुरक्षित रखनी चाहिए।

चयन प्रक्रिया, परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम

इस भर्ती की चयन प्रक्रिया दो मुख्य चरणों में विभाजित होगी—लिखित परीक्षा और दस्तावेज़ सत्यापन। सबसे पहले उम्मीदवारों को एक लिखित परीक्षा देनी होगी, जो मुख्य रूप से वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) की होगी। परीक्षा का प्रारूप और अंक वितरण आधिकारिक विज्ञप्ति में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया जाएगा, हालांकि पिछले वर्षों के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि परीक्षा में लगभग 100 प्रश्न होंगे, जिनके कुल 300 अंक होंगे, और इसकी अवधि दो घंटे की होगी। परीक्षा में नकारात्मक अंकन (Negative Marking) भी लागू हो सकता है, इसलिए उम्मीदवारों को सावधानीपूर्वक उत्तर देने की आवश्यकता है। परीक्षा में प्रश्न हिंदी भाषा और सामान्य ज्ञान, राजस्थान का भूगोल, इतिहास, संस्कृति, कृषि विज्ञान, बागवानी, पशुपालन, मिट्टी और जल संरक्षण, कृषि योजनाएँ तथा कृषि प्रबंधन से संबंधित होंगे। परीक्षा में विशेष रूप से कृषि विषय के प्रश्नों का महत्व अधिक होगा क्योंकि यह पद तकनीकी रूप से कृषि से संबंधित है। लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा, जहाँ उनकी योग्यता और अन्य प्रमाणपत्रों की जांच की जाएगी। कुछ परिस्थितियों में आयोग मेडिकल परीक्षण या प्रशिक्षण चरण भी शामिल कर सकता है, यदि विज्ञप्ति में ऐसा उल्लेख किया गया हो। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चयनित उम्मीदवार न केवल सैद्धांतिक ज्ञान रखते हों बल्कि व्यावहारिक रूप से भी कृषि कार्यों की समझ रखते हों।

वेतनमान, कार्यप्रणाली और भविष्य की संभावनाएँ

राजस्थान कृषि पर्यवेक्षक का वेतनमान राज्य सरकार के नवीनतम वेतन मैट्रिक्स के अनुसार लेवल-5 के अंतर्गत निर्धारित किया गया है। प्रारंभिक वेतन लगभग ₹26,300 से ₹85,500 के बीच होता है, जो अनुभव और सेवा अवधि के अनुसार बढ़ता जाता है। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों को महंगाई भत्ता, आवास भत्ता, यात्रा भत्ता और अन्य सरकारी सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं। कृषि पर्यवेक्षक के रूप में चयनित व्यक्ति का मुख्य कार्य क्षेत्रीय कृषि कार्यालयों के अंतर्गत आता है, जहाँ वे किसानों को नई तकनीकों की जानकारी देने, फसलों की स्थिति का आकलन करने, उर्वरकों और बीजों के वितरण की निगरानी करने तथा कृषि योजनाओं के क्रियान्वयन में सहयोग प्रदान करते हैं। यह पद न केवल प्रशासनिक बल्कि तकनीकी दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि कृषि पर्यवेक्षक सीधे तौर पर किसानों के संपर्क में रहते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। इस नौकरी के माध्यम से युवाओं को स्थायी सरकारी सेवा का लाभ मिलता है साथ ही समाज में सम्मानजनक स्थान भी प्राप्त होता है। इस पद पर कार्य करते हुए व्यक्ति भविष्य में उच्च पदों पर पदोन्नति के अवसर भी प्राप्त कर सकता है, जैसे कृषि सहायक निदेशक या कृषि अधिकारी के रूप में। राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें चयनित अधिकारी नई कृषि तकनीकों और सरकारी योजनाओं से अवगत कराए जाते हैं, जिससे उनकी दक्षता और अनुभव में निरंतर वृद्धि होती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न 1: राजस्थान कृषि पर्यवेक्षक भर्ती 2025 के लिए आवेदन कब शुरू होंगे?
उत्तर: आवेदन की प्रारंभिक और अंतिम तिथि आधिकारिक विज्ञप्ति में दी जाएगी। सामान्यतः आवेदन अधिसूचना जारी होने के कुछ दिनों के भीतर आरंभ होते हैं, इसलिए उम्मीदवारों को RSMSSB की वेबसाइट नियमित रूप से देखते रहना चाहिए।

प्रश्न 2: क्या 12वीं कक्षा के बाद इस पद के लिए आवेदन किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, यदि उम्मीदवार ने 12वीं कक्षा कृषि विषय के साथ किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण की है तो वह आवेदन करने के लिए पात्र होगा, बशर्ते अन्य शर्तें जैसे आयु सीमा और भाषा योग्यता भी पूरी करता हो।

प्रश्न 3: क्या इस परीक्षा में नकारात्मक अंकन लागू होगा?
उत्तर: अधिकांश भर्ती परीक्षाओं में नकारात्मक अंकन लागू होता है, और संभव है कि इस परीक्षा में भी गलत उत्तर देने पर अंक काटे जाएँ। सटीक जानकारी आधिकारिक परीक्षा पैटर्न में दी जाएगी।

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